मंगलवार, 22 सितंबर 2009

वाह लुबना


लुबना एक सूडानी पत्रकार को उनके साथियों के साथ राजधानी खारतूम में इसलिए गिरफ्तार कर लिया गया था, क्योंकि वो पैंट पहन कर एक रेस्टोरेंट गईं थीं। इसके बाद पुलिस के सामने ज्यादातर महिलाओं के ग़लती कबूलने के बाद उन्हें दस -दस कोड़े लगाकर छोड़ दिया गया, लेकिन लुबना ने हार नहीं मानी और इसके लिए वो संघर्ष कर रहीं हैं। इस मध्ययुगीन रवायत के बारे में विश्वभर से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं ... लुबना के साहस को सराहा जा रहा है ...

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" यहां मिलेंगे दुनिया के सभी रंग .... यह एक ऐसा कैनवास है जिसमें रंगभर सकते हैं... और खुद सराबोर हो सकते हैं "